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वैज्ञानिक तरीके से ग्रीष्मकालीन मूंग (Moong) की खेती
  • देश के उत्तर और पूर्व के सिंचित क्षेत्रों में मूंग (Moong) की खेती का क्षेत्रफल बढ़ाने की अपार संभावनाएं है, जिसे वैज्ञानिक खेती द्वारा हासिल किया जा सकता है।
  • मूंग (Moong) के अंकुरण, पौधे के विकास तथा अच्छे पैदावार के लिए उपोष्ण कटिबंधीय जलवायु तथा 40 डिग्री सेल के आस-पास तापमान उपयुक्त माना जाता है।
  • इसकी अच्छी फसल के लिए भुरभुरी मृदा की आवश्यकता होती है, इसके लिए खेत को अच्छी तरह से तैयार कर लेना जरूरी है।
  • बुआई से पहले, 9.50 ग्राम थीरम एवं ग्राम कार्बेन्डाजिम या 4-5 ग्राम ट्राइकोडर्मा से प्रति किग्रा. बीज की दर से उपचारित होना चाहिए।
  • मूंग (Moong) की उच्च पैदावार वाली किस्मों, आईपीएम-205, आईपीएम-14, पंत मूंग-3, पूसा विशाल, पूसा रत्ना, आदि को चयनित किया जा सकता है।

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